Akelapan Shayari in Hindi: अकेलापन एक ऐसा एहसास है जिसे हर कोई कभी न कभी महसूस करता है। ये एक ऐसा कोना है जहां हम खुद से ही बात करते हैं, खुद से ही लड़ते हैं। इस ब्लॉग में हम अकेलेपन के उन सारे रंगों को शब्दों में पिरोने की कोशिश करेंगे, जो अक्सर हमारे दिल में छिपे रहते हैं। ये शायरियां आपको अकेले नहीं पड़ने देंगी, बल्कि आपको ये एहसास दिलाएंगी कि आप अकेले नहीं हैं।
Akelapan Shayari अकेलापन शायरी
2. बर्बाद बस्तियों में तुम किसे ढूंढते हो, उजड़े हुए लोगों के ठिकाने नहीं होते.!!!
3. अकेले बैठ कर रोने का अपना ही मजा है, इश़्क का दर्द भी इश़्क के बराबर ही लगता है।
4. एक चाहत 🥺होती है जनाब, अपनों के साथ जीने की वरना, पता तो हमें भी है👉कि ऊपर, अकेले ही जाना है।
5. अगर वो सख्श एक बार मेरा हो जाता, मैं दुनियां की किताबो से हर्फ-ए-बेवफाई मिटा देता..!!!
6. कोई तो है जो दर्द को समझता मेरा,अब तो बस तेरी यादों के सहारेहम जीना सिख गए है।
7. फुर्सत मिले तो उनका हाल भी पूछ लिया करो मोहतरमा, जिनके सीने में दिल की जगह तुम धड़कते हो.!!!
8. अपनी लड़ाई अकेले ही लड़नी पड़ती है, सैलाब तो उमड़ता है जीत जाने के बाद।
9. वह तुम्हारे नज़रिए से🥺अकेलापन, हो सकता है 👉पर मेरे नज़रिए, से देखो तो वो मेरा सुकून है।
10. आँखों में नमी है मगर आहें नहीं, रोया हमने है रुलाए तुम नही, ख़ामोश सी ज़ख्मों के साथ,दिल तड़फ उठा है मेरा तंग दिलों के साथ।
Akelapan Shayari in Hindi अकेलापन शायरी इन हिंदी
11. फुर्सत मिले तो उनका हाल भी पूछ लिया करो मोहतरमा, जिनके सीने में दिल की जगह तुम धड़कते हो.!!!
12. इंसान चाहे कितना ही खुश क्यों ना हो लेकिन जब वो अकेला होता है, तो वो सिर्फ उस इंसान को याद करता है जिसे वो दिल से प्यार करता हैं।
13. तेरे जाने के बाद मैंने कितनों को, आज़माया है मगर कोई भी मेरे इस, अकेलेपन को दूर नहीं कर पाया हैं।
14. आँखों में नमी है मगर आहें नहीं ,रोया हमने है रुलाए तुम नही, ख़ामोश सी ज़ख्मों के साथ,दिल तड़फ उठा है मेरा तंग दिलों के साथ।
15. बहुत कुछ छोड़ा है तेरे भरोसे ए वक्त, बस तू दगाबाज ना निकलना..!!!
16. अकेला था तो कलम बस दर्द लिखती थी, तुम्हारे आने से कलम अब तुम्हे ही लिखती है।
17. सुबह से ☹️रात और रात से, यु ही सुबह हो 🥺जाती है ये, अकेलापन खत्म होने का नाम ही नहीं लेता है।
18. अकेलापन के एहसास से बच नहीं सकते, दिल में है उलझने सुलझ नहीं सकते,भूल जाऊं तेरी बेवफाई को मगर,दर्द से हम कभी बच नहीं सकते।
19. किसी को मुफ्त में मिल गया वो सख्श, जो हर कीमत पर मुझे चाहिए था!
20. अकेले बैठ कर रोने का अपना ही मजा है, इश़्क का दर्द भी इश़्क के बराबर ही लगता है।
Khamoshi Akelapan Shayari in Hindi
21. खामोशी मेरी साथी, अकेलापन मेरा घर, दिल की धड़कनें धीमी, जैसे कोई दूर कर। न कोई साथी, न कोई सहारा, बस खालीपन का सागर, और मैं तनहा।
22. अंधेरी रातों में, सितारे भी रोते हैं, मेरे दिल के कोने में, अकेलेपन के गीत गूँजते हैं। खामोशी मेरी साथी, दर्द मेरा मित्र, इस अकेलेपन में, जीना मुश्किल है कितना।
23. लफ्ज़ खो गए हैं कहीं, दिल की बातें कहने को, खामोशी ने घेर रखा है, इस अकेलेपन के ओढ़ने को। आँखों से बोलती हैं, ये दर्द की कहानियां, पर समझता कौन है, इन खामोशी की निशानियां।
24. अकेलेपन की रातों में, तारे भी टिमटिमाते कम हैं, दिल की धड़कनें धीमी, जैसे कोई दूर जा रहा है। खामोशी मेरी साथी, पर साथ नहीं देती, इस अंधेरे में, रोशनी की उम्मीद कम ही रहती।
25. खामोशी की दीवारों में, कैद है मेरा दिल, अकेलेपन के सागर में, डूबता जा रहा है ये सिलसिल। कोई नहीं समझता, इस दर्द की गहराई, बस खामोशी ही साथ है, मेरी रातों की रजाई।
26. खुद से ही बातें करता हूं, अकेलेपन की रातों में, खामोशी मेरी साथी, इस उदासी के सागर में। दिल की धड़कनें सुनाई देती हैं, धीरे-धीरे, इस अंधेरे में, कोई नहीं दिखता मेरे लिए।
27. अकेलेपन का साया, हमेशा मेरे साथ है, खामोशी की रातें, मुझे घेरती जाती हैं। दिल की बातें कहने को, कोई नहीं है पास, बस खालीपन का अहसास, भरता जा रहा है आस पास।
28. खामोशी मेरी दुनिया, अकेलापन मेरा राजा, दिल की धड़कनें धीमी, जैसे कोई दूर जा रहा है। न कोई साथी, न कोई सहारा, बस खालीपन का सागर, और मैं तनहा।
29. अकेलेपन के इस जंगल में, खो गया हूं मैं, खामोशी मेरी साथी, इस अंधेरे में। दिल की बातें कहने को, कोई नहीं है मेरे पास, बस खालीपन का सागर, भरता जा रहा है तेज़ रफ्तार।
30. खामोशी की चादर ओढ़ी, अकेलेपन के बिस्तर पर सोया हूं, दिल की धड़कनें धीमी, जैसे कोई दूर जा रहा है। न कोई साथी, न कोई सहारा,बस खालीपन का सागर, और मैं तनहा।
Intezaar Akelapan Shayari
31. इंतज़ार की आग में जल रहा हूँ, अकेलेपन के अंधेरे में डूबा जा रहा हूँ। तेरे आने की आस में टकटकी लगाए बैठा हूँ, पर तू है कहीं दूर, खोया हुआ सा हूँ।
32. हर पल इंतज़ार होता है तेरे आने का, हर सांस में बस तेरा ही नाम पुकारता हूँ। अकेलेपन की रातें हैं ये, जिनमें तेरी यादों में डूबा रहता हूँ।
33. फिर वही खामोशी, फिर वही सन्नाटा, इंतज़ार के बोझ से दबकर रह गया हूँ मैं अकेला। तेरे बिना वीरान है ये जहाँ, कहाँ गया तू, मेरा सनम, मेरा सब कुछ।
34. इंतज़ार की कतार में खड़ा हूँ, तेरे दीदार की आस में टकटकी लगाए बैठा हूँ। अकेलेपन का ये सितम और सहन नहीं होता, कभी तो आ जा तू, ऐ मेरे प्यार।
35. हर पल इंतज़ार होता है तेरे ख़त का, तेरी आवाज़ सुनने का, तेरा चेहरा देखने का। अकेलेपन की दीवारें हैं ये, जिनसे निकलना चाहता हूँ मैं तेरे सहारे।
36. दिल टूट गया है इंतज़ार में, आँखों से बहने लगे हैं आँसू।अकेलेपन का ये दर्द और सहन नहीं होता, कभी तो लौट आ तू, ऐ मेरे सपनों का राजकुमार।
37. इंतज़ार की आग में जल रहा हूँ, हर पल तेरा ही नाम पुकारता हूँ। अकेलेपन की रातें हैं ये, जिनमें तेरी यादों में डूबा रहता हूँ।
38. फिर वही खामोशी, फिर वही सन्नाटा, इंतज़ार के बोझ से दबकर रह गया हूँ मैं अकेला। तेरे बिना वीरान है ये जहाँ, कहाँ गया तू, मेरा सनम, मेरा सब कुछ।
39. इंतज़ार की कतार में खड़ा हूँ, तेरे दीदार की आस में टकटकी लगाए बैठा हूँ। अकेलेपन का ये सितम और सहन नहीं होता, कभी तो आ जा तू, ऐ मेरे प्यार।
40. हर पल इंतज़ार होता है तेरे ख़त का, तेरी आवाज़ सुनने का, तेरा चेहरा देखने का। अकेलेपन की दीवारें हैं ये, जिनसे निकलना चाहता हूँ मैं तेरे सहारे।
निष्कर्ष:
अकेलेपन की रातों में, दिल की पीड़ा शब्द बन जाती है। खामोशी के साथ साथ, इंतज़ार भी इस अकेलेपन को और गहरा बना देता है। ये शायरीयाँ उन्हीं उदासी भरे पलों का आईना हैं, जहां हर शब्द दिल की व्यथा को बयां करता है।
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