शब्दों का जादूगर, ज़िया मज़कूर की शायरी की दुनिया में खो जाइए!
क्या आप प्यार, जिंदगी और रिश्तों की गहराईयों को छू लेने वाली शायरी के दीवाने हैं? तो फिर आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं! आज का ये ब्लॉग मशहूर शायर ज़िया मज़कूर की कलम से निकले शेरों का खजाना है।
चाहे वो प्यार की बेपनाह ख्वाहिशें हों या ज़िंदगी के उतार-चढ़ाव, ज़िया मज़कूर की शायरी हर दिल को छू लेती है। उनकी शायरी में आपको ज़िंदगी के हर पहलू की झलक मिलेगी, जिसे वो इतनी खूबसूरती से बयां करते हैं कि आप खुद को उन शेरों में खोया हुआ पाएंगे।
तो देर किस बात की? आइए, ज़िया मज़कूर की शायरी की दुनिया में कदम रखें और महसूस करें शब्दों का जादू!
Table of Contents
Zia Mazkoor Shayari in Hindi ज़िया माज़कूर की शायरी
1. दिल के अरमान बदलते रहते हैं ज़माने के साथ, तेरी यादों में अब बस खुद को बदलता पाता हूँ। (Zia Mazkoor)
2. तेरे ख्यालों की धुंध में खो जाता हूँ, तेरी बातों के सागर में डूब जाता हूँ। वो इश्क़ की राहों पर चलने का मज़ा ही कुछ और है, जहाँ जाने का होसला, वहीं राह भी सफ़र है। (Zia Mazkoor)
3. रात की तन्हाई में जब तेरी यादें आती हैं, दिल बड़ी बेबसी से आज़ादी की दुआ मांगता है। (Zia Mazkoor)
4. ये शहरों की ज़िंदगी है जनाब, यहाँ वक्त ही सब कुछ है, रिश्ते, मोहब्बत, वादे सब, बस वक़्त गुज़रने का सिलसिला है। (Zia Mazkoor)
5. हमसफ़र ढूंढते रहते हैं ज़माने भर, खुद ही राह बनते हैं अक्सर मंजिल तक जाने के लिए। (Zia Mazkoor)
6. ज़िंदगी की किताब का हर पन्ना इक कहानी कहता है, कुछ हसीन लम्हों से सजा है, तो कुछ आँसूओं से भीगा है। (Zia Mazkoor)
7. ये इश्क़ है जनाब, जहाँ हर सवाल बेवकूफी लगता है, बस एक ही जवाब है, बस तुम, बस तुम! (Zia Mazkoor)
8. हार मानना तो जिंदगी का ये उसूल है, गर जीत का जुनून है, तो हार से भी हौसला बढ़ाना सीखो। (Zia Mazkoor)
9. मोहब्बत में कभी फर्क नहीं पड़ता, तुम हो या हम, इश्क़ बस दो दिलों का मिलना होता है। (Zia Mazkoor)
10. खामोशी ही बेहतर है जहाँ समझने वाला ना हो, शब्द तो बेकार हैं, जहाँ दिल की आवाज़ ना सुनाई दे। (Zia Mazkoor)
Zia Mazkoor Shayari 2 Line
11. दूरियाँ मिटाते हैं खत, लफ्ज़ों में छुपाते हैं ग़म, Zia Mazkoor कहते हैं, इश्क़ है ये ख़तों का सिलसिला।
12. ये कैसी मोहब्बत है जहाँ सवाल उठते हैं, इश्क़ में तो बस तुम हो, और कुछ भी नहीं।
13. ख्वाब टूटे हैं मगर हौसले जिंदा हैं, Zia Mazkoor कहते हैं, हारना मंजूर नहीं।
14. दिल की किताब में तेरे ही किस्से हैं, हर पन्ना इक नया इश्क़ लिखता है।
15. आँखों में तेरी तस्वीर लिए फिरते हैं, Zia Mazkoor कहते हैं, जिंदगी है तेरे बिना अधूरी।
16. वक्त बदलता है, लोग बदलते हैं, पर सच्ची मोहब्बत का वादा नहीं बदलता।
17. शहर की रौनक अधूरी है तेरे बिना, हर गली में तेरी खुशबू ढूंढते हैं।
18. दर्द छुपाते हैं हँसी के पीछे, Zia Mazkoor कहते हैं, ये इश्क़ का फ़र्ज़ है।
19. हर सांस में तेरा नाम है, हर धड़कन में तेरी याद है।
20. तूफान रुकेगा, बारिशें थमेंगी, पर तेरा इंतज़ार नहीं थमेगा।
निष्कर्ष:
ज़िया मज़कूर की शायरी ने प्यार, ज़िंदगी और रिश्तों के गहरे सरोकारों को छू लिया। उनकी हर शायरी दिल को छू लेती है और ज़िंदगी के अलग-अलग पहलुओं को बयां करती है। उम्मीद है इन शायरियों ने आपको ज़िया मज़कूर की कलम का जादू दिखा दिया।
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